TCS kya hai
TCS kya hai ?
क्या आप जानते है Tax Collected at Source kya hai ? TCS- का पुरा नाम टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स है. इसका
मतलब स्रोतयानी के आप को होने वाली इनकम पर काटा गया टेक्स। TCS
का भुगतान सेलर, डीलर, वेंडर, दुकानदार की तरफ से
किया जाता है। कोई भी सामान बेचनेवाला जो सामान खरीद रहा है उसके पास से TCS वसुल करता है, ओर
बाद मे इसे गर्वरमेन्ट में जमा कराने की जीम्मेदारी जीसने
माल बेचा है उस की होती है। इनकम टैक्स एक्ट की धारा
206C में इसे कंट्रोल किया जाता है। कुछ खास तरह के माल-सामान को बेचने
वाले ही इसे कलेक्ट कर शकते हैं। इस तरह का सामान जैसे के
टिंबर, वुड, स्क्रैप, मिनरल, तेंदु पत्ते,
सोने की केश खरीदी, मोटर विहीकल वगेरा का सुमार कीया
जाता हैं। TCS मे टैक्स तभी काटा जाता है जब पेमेंट एक तय सीमा से ज्यादा होता है।
TCS सरकार ने Vehicle पर पर भीलागू किया
है। CBDT के नए guidelines
के अनुसार customer जब 10 लाख से अधिक की गाड़ी
की ख़रीददारी करता है तो उसको गाडी की कीमत का 1% Tax के रूप में चुकाना होगा। या फिर कोई व्यक्ति 2 लाख से ज्यादा पैसा cash देकर किसी vehicle
को खरीदता है, तो भी उसमे 1%
TCS देना होगा।
TCS को गर्वमेन्टं मे जमा करवा ने की जवाब दारी जो माल बेचता है उसकी होती
है। इसी तरह कोई व्यक्ति लाखो का सोना खरीदता
है यदि कोई व्यक्ति 5 लाख से अधिक के gold की ख़रीददारी करता
है, तो उस व्यकित को भी TCS 1% देना होगा। TCS Maximum 5% तक हो सकता है।
एक अक्टूबर से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट Tax Collected at Source के लीये नया नियम जारी किया है। इस नियम के मुताबिक, किसी भी ई-कॉमर्स ऑपरेटर को यह अधिकार दिया गया है है
कि वह एक अक्टूबर से गुड्स और सर्विस की बीक्री पर 1% TCS काट सकता है।
Government of India ने विदेश में पैसे भेजने पर टैक्स वसूलने के लीये 1 अक्टूबर 2020 से एक नियम लागू कीया
है। इस नियम के अंतगत आप विदेश में पढ़ रहे अपने बच्चे को 7,00,000 लाख से ज्यादा पैसा भेजते हैं या किसी रिश्तेदार को 7,00,000
लाख या उस्से ज्यादा रकम भेजते हैं तो भेजी गई रकम पर 5% TCS-Tax Collected
at Source का भुगतान करना होगा.
Read More:- Income Tax kya hai
क्या TCS का कोई प्रमाणपत्र होता है?
जब भी कोई टेक्स वसुल करने वाला अपना Quarterly TCS return जो फॉर्म 27EQ के रूप मे होता हे यह फोर्म जब टेक्स वसुल करनेवाला submit करता है। तब उसको अपने सामान के खरीददार को TCS हो जाता है।
Form 27D TCS return भरने के लिए नीचे दी गई details आवश्यक होती है।
Form 27D TCS return मे समान बेचने वाले और खरीदने वाले दोनों व्यक्तियों का नाम लीखना
जरूरी है।
Buyer और seller की Pan Card की डीटेल ओर Pan Card नंबर देना आवश्यक
है।
Tax जीस
दिन collect किया गया है उसकी भी
detail देनी पडेगी।
जो भी Quarterly TCS return भरता है उस seller का TAN नंबर लीखना आवश्यक है।
Seller ने
जितना भी tax collect किया है उसकी पूरी detail देनी पडेगी।
Rate on TCS (Tax Collected at Source)
Goods & Services Rate on TCS |
Rate |
Liquor of alcoholic nature, made for consumption
by humans |
1% |
Timber wood under a forest leased |
2.5% |
Tendu leaves |
5% |
Timber wood by any other mode than forest leased |
2.5% |
Forest produce other than Tendu leaves and timber |
2.5% |
Scrap |
1% |
Minerals like lignite, coal and iron ore |
1% |
Purchase of Motor vehicle exceeding Rs.10 Lakhs |
1% |
Parking lot, Toll Plaza and Mining and Quarrying |
2% |
Sales of Car (old & new above 10 Lakhs |
1% |
Providing any services (above 2 Lakhs) |
1% |
Sales of any Goods in cash (above 2 Laksh) |
1% |
अभी तक आपने समजा के TCS क्या है? TCS
कोन काट सकता है? ओर TCS का रेट क्या होता है। अब हम Tally Prime में TCS की एन्ट्ररी केसे
करते है यह शीखेगें।
TCS (Tax Collected at Sour e) की एन्ट्ररी हम एक उदाहरण से शीखने का प्रयास
करते है।
उदा.1 नईम ने मोईझ को 1,00,000 रुपये का स्कैप बैचा, अब
उस्की एन्ट्री हमे Tally Prime मे करनी है।
Tally Prime में TCS की एन्ट्ररी करने के लीये आपको नीचे दीये गए स्टेप फोलो करने है।
Step-1 Create / Open Company
Step-2 Enable GST
Step-3 Enable TCS
जेसे ही आप Enable Tax Collected at Source (TCS) को Yes करेगें आपक को नीचे दी गई स्किन दीखाई देगी, ओर उसमे दी गई डीटेल आपको भरनी है।
Step-4 Create Ledger यहां आपको TCS on Purchase नाम का Ledger बनाना है ओर Under:- Current Assets डालना है, क्युकी जबभी हम साल के अंत मे हमारा ITR फाइल करेंगे यानी के Tax Pay करेगें तो हमारा जो TCS है वह हमे वापस मील जायेगा। ईसलीये हम TCS on Purchase नाम के Ledger का Under Group Current Assets रखेगें।
अब TCS on Purchase के Ledger में Current Assets के Under Group में CTRL + Enter Press करना है। CTRL + Enter Press करते है नीचे दीया गया मेनु खुलेगा। जीस मे आपको Use for Calculation (for example: taxes, discounts) वाला ओप्शन Yes करना है।
अब आपको एक दुसरा Ledger बनाना है नईम के नाम का बनाना है जो बेचने वाला है ओर उसका Under Group:- Sundry Creditor डालना है, ओर TCS Applicable option को No रखना है, ओर उसका GST Number Fill करना है।
अब Stock Item Create करना है Aluminum Scrap नाम की Stock Item बनानी है,जीसका Under Scrap ओर Units KGS देना है।
Step-6 अब आपको Purchase Voucher मे जाकर Purchase की एन्ट्ररी करनी है।
Step-7 ईसी तरह आपको Sales की Entry भी करनी है।
ईस ब्लोग की मदद से हमने यह शीखा के हम Tally Prime TCS (Tax Collected
at Source) की एन्ट्ररी कैसे करतै है, अगर आपको TCS (Tax Collected at Source) कोई भी सवाल हे तो आप Comment box में Comment कर के पुछ शकते हो मे आपके सवाल का जवाब जल्द
से जल्द देने की कोशीश करूगाँ।
FAQ
1. TCS कब काटा जाता है?
2. TCS क्या होता है?
Ans:- TCS- का पुरा नाम टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स है. इसका मतलब स्रोतयानी के आप को होने वाली इनकम पर काटा गया टेक्स। TCS का भुगतान सेलर, डीलर, वेंडर, दुकानदार की तरफ से
किया जाता है। कोई भी सामान बेचनेवाला जो सामान खरीद रहा है उसके पास से TCS वसुल करता है, ओर बाद मे इसे
गर्वरमेन्ट में जमा कराने की जीम्मेदारी जीसने माल बेचा है उस की होती है।
3. TDS और TCS में क्या अंतर है?
Ans:- TDS में कीसी पार्टी को पेमेंन्ट करते समय कुल रकम में से TDS की रकम बाद करके पेमेंन्ट कीया जाता है। TCS में पेमेन्ट लेते समय कुल रकम में TCS की राशी जोड कर TCS का पेमेंन्ट लीया
जाता है।
4. कितनी सैलरी पर
टीडीएस कटता है?
Ans:- अगर कीसी कर्मचारी
की सैलीरी 2,50,000 से ज्यादा है तब उसकी सैलरी में से टीडीएस काटा जाता है।
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